क्या सच में यह खूबसूरत देश सागर में डुब जायेगा..?

     
       दोस्तो आज हम चर्चा करेंगे एक ऐसे देश के बारे में जिस पर सागर में डुब जाने का खतरा मंडरा रहा है। दोस्तो आइलैण्ड शब्द तो आपने सुना ही होगा, ऐसी जगह जो चारो ओर से जल स्तरो से घिरा रहता है आइलैण्ड कहलाता है। दोस्तो आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही आइलैण्ड देश की जिस पर भविश्य में समुद्र में डुब जाने का खतरा मंडरा रहा है। तो आइये दोस्तों जानते है कोनसा है वो खूबसूरत देश जो भविष्य में डूब जायेगा...?

         दोस्तो हम बात कर रहे है एशिया के सबसे छोटे देश मालदीव के बारे में जो कि जनसंख्या एवं क्षेत्र दोनो ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है। मालदीव में 1192 टापू है जिसमें लगभग 200 के करीब बस्तियाॅ मौजूद है। मालदीव को सपनो का देश भी कहा जाता है कयोकि इस देश की खूबसूरती इतनी है की हर साल इस देश में लगभग १.५ मिलियन से २ मिलियन लोग अपने रोमांटिक सपनो को पूरा करने यहाँ आते है। 

       दोस्तो मालदीव जैसे देश के भविश्य में डुब जाने की आशंका का प्रमुख कारण ग्लोबल वार्मिंग है। जी हां दोस्तो ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी का तापमान लगातार बढ रहा है जिससे ग्लेशियर व ठंडे प्रदेशो के बर्फ लगातार पिघल रहे है। तापमान के बढने के कारण ग्लेशियर एवं बर्फ लगातार पिघल रहे है जिससे सागर के आयतन में लगातार वृध्दि हो रही है। इन्हीं सब कारणो के कारण मालदीव जैसे देशो के ऊपर भविश्य में सागर में डुब जाने का खतरा मंडरा रहा है। मालदीव की सरकार सागर में डुब जाने की आशंका से अपने नागरिको को सुरक्षित रखने कें लिए अन्य देशो में जमीन खरीदना भी शुरू कर दिया है। 

    दोस्तो मालदीव ही नही पृथ्वी पर ऐसे बहुत सारे देशऔर भी है जो इस संकट से रूबरू है। दोस्तो अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तो के साथ भी शेयर करिये और हमारे फेसबूक पेज को लाइक करिये ऐसी ही चटपटी आर्टिकल्स के लिए......  
Share:

4 comments:

  1. Replies
    1. Are dhakkan jaldi se setting kar ke shadi kar le...
      Aur ghum k aaja!!!
      Nai bahut pachtayega

      Delete
  2. Bhai teri bhabhi ke aane tak to bacha rahega na???
    Mujhe bhi jana hai yeha use lekar....

    ReplyDelete
    Replies
    1. bhabhi ka to pta nahi bhai lekin akele ghum ke aaja kya pta tab tak rhe ya na rhe

      Delete

Like Us on Facebook

Followers

Blog Archive

Recent Posts