रेल की पटरियों के बिच में पत्थर क्यों बिछाये जाते है...?


दोस्तों रेलगाड़ी में आपने तो बहुत बार सफर किया होगा परंतु दोस्तों क्या कभी आपने गौर किया है कि आखिर इतनी भारी भरकम रेलगाड़ी जो कि करीब 10000 किलो की होती है इतनी भारी वजन को सिर्फ दो मामूली पटरिया ही कैसे सह पाती है। क्या कभी आपने कल्पना किया है कि पटरी के नीचे गिट्टी क्यों बिछाया जाता है अगर आपका ऐसा मानना है कि सिर्फ पटरिया ही रेलगाड़ी का वजन थामें रखती है या रेलगाड़ी का सही एवं सुरक्षित रूप से चलने का कारण सिर्फ पटरिया ही है तो आप बिल्कुल गलत है। तो आइये जानते है की रेलगाड़ी का वजन सहन करने में क्या क्या मदद करता है। 



  • स्लीपर्स या प्लेट्स :
          रेल की पटरी को जमीन से थोड़ा ऊपर बनाया जाता है क्योंकि पटरी के नीचे और भी बहुत सारे परतों को बिछाया जाता है। सबसे ऊपर में पटरी होती है पटरी के नीचे कंक्रीट के बने प्लेट्स होते हैं जिसे स्लिपर्स कहते हैं। ये  स्लिपर्स दो पटरी के बीच की दूरी को एक समान बनाए रखती है। यदि पटरियों पर स्लीपर्स ना हो तो जब रेलगाड़ियां पटरी में से होकर चलेगी तो दोनों पटरिया अपने निश्चित जगह में से हट जाएंगे जिससे दुर्घटना होना अनिवार्य है। इस कारण दो पटरियों को निश्चित जगह पर बनाए रखने के लिए स्लीपर प्लेट्सद्ध  लगाया जाता है। यह स्लिपर्स कांक्रीट की बनी होती है जो दोनों पटरियों को आपस में निश्चित दूरी तक जकड़े रखती है।

  • गिट्टी (पत्थऱ) :
        पटरी एवं स्लिपर्स के नीचे गिट्टी को बिछाया जाता है। रेलगाड़ी की संपूर्ण भार का दबाव इन्हीं गिट्टियों पर पड़ता है। ये गिट्टियां विशेष प्रकार से टेढ़ी.मेढ़ी आकृतियों की होती है ताकि रेलगाड़ी का वजन पड़ने पर भी ये गिट्टियां अपने मूल स्थान से ना हटे। अगर इन गिट्टियों के अलावा गोल पत्थरों का इस्तेमाल किया जाए तो यह पत्थर रेत का वजन पड़ते ही अपने मूल स्थान से हट जाएंगे और इससे संभवतः ही बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसी कारण से विकृत आकार वाले गिट्टियों का उपयोग किया जाता है।

        इसके अलावा गिट्टियों की उपस्थिति पटरी पर पानी के जमाव को रोकती है। अगर गिट्टी ना हो तो पटरी पर मिट्टी होने के कारण पेड़ पौधे या झाड़ियां भी उग सकते हैं। इन्हीं सब कारणों के कारण पटरियों पर गिट्टी का बिछाया जाना अनिवार्य होता है।

        गिट्टी के नीचे और भी कुछ परतें बिछाई जाती है जो कि पटरियों को सहारा प्रदान करने के लिए आवश्यक होती है। परंतु दोस्तों मेट्रो ट्रेन्स की पटरियों पर गिट्टी नहीं बिछाई जाती क्योंकि यह सामान्य रेलगाड़ियों की अपेक्षा हल्की होती है। इसके अलावा इसकी अधिकांश पटरिया अंडरग्राउंड एवं ओवरब्रिज पर होती है।

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