"एक आग का गोला समुद्र में गिरेगा और पुरानी सभ्यता के सारे देश समाप्त हो जाएंगे" ~ नास्त्रेदेमस
कहते हैं जिसका जन्म हुआ है उसका अंत भी निश्चित है, लेकिन क्या हमारी इस दुनिया का भी अंत हो जाएगा....? क्या हमारी पृथ्वी नष्ट हो जाएगी....? क्या पृथ्वी पर फिर से प्रलय या सुनामी आएगी....?
अधिकांश धर्मशास्त्रों में दुनिया के विनाश या प्रलय की चर्चा की गई है। शायद इन्हीं कारणों की वजह से आज तक कई बार दुनिया के अंत की भविष्यवाणियां की जा चुकी है। हालांकि दुनिया का अंत कैसे होगा कब होगा इस संदर्भ में आज भी बहुत सारी जीवित प्रश्न है जो हमारे दिलो-दिमाग को विचलित कर देती है। दुनिया के अंत की इन कड़ियों को और भी मजबूत करती है अधिकांश धर्मग्रंथ और समय-समय पर विभिन्न लोगों द्वारा की गई भविष्यवाणियां। आइये इन भविष्यवाणियों की गुत्थी को समझते हैं और दुनिया के अंत की कड़ियों को तोड़ते हैं।
(1) माया सभ्यता :-
मेक्सिको की माया सभ्यता के कैलेंडर के अनुसार यह भविष्यवाणी की गई थी कि 21-12-2012 को दुनिया का अंत हो जाएगा। माया सभ्यता की प्रमाणिकता इतनी अधिक थी कि इस भविष्यवाणी को अधिकांश लोगों ने सही मान लिया था। टीवी, रेडियो एवं समाचार पत्रों ने भी लोगों की नींदें उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। यह भविष्यवाणी 2011 में चर्चा में आई थी। ऐसा कहा जा रहा था कि माया सभ्यता का कैलेंडर 21 दिसंबर 2012 (21-12-2012) को समाप्त हो रहा है और इसके साथ ही यह दुनिया भी समाप्त हो जाएगी। लेकिन 21 दिसंबर 2012 का यह दिन भी आम दिनों की तरह ही गुजर गया और यह भविष्यवाणी गलत साबित हो गई।
(2) लियोनार्डो दा विंची :-
लिओनार्दो दा विंची इतालवी पुनर्जागरण के सबसे अधिक ज्ञाता के रूप में जाने जाते हैं। दा विंची के अनुसार इस दुनिया का विनाश बाढ़ रुपी महाप्रलय से होगी। यह महाप्रलय 21 मार्च 4006 से शुरू होगी तथा 1 नवंबर 4006 तक पूरी दुनिया को जलमग्न कर देगी। और इस प्रकार से इस दुनिया का अंत हो जाएगा।
(3) मार्शल एप्पलव्हाइट :-
मार्शल एप्पलव्हाइट ने 1997 में दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की थी। उनके अनुसार कुछ ऐसी चीज धरती से टकराएगी जिसे नासा भी नहीं देख पाएगा और इस तरह से धरती का अंत हो जाएगा। हालांकि इनकी भविष्यवाणी गलत साबित हुई और बाद में इन्होंने खुद खुदखुशी कर ली।
(4) न्यूटन की भविष्यवाणी :-
आइज़क न्यूटन की भविष्यवाणी के अनुसार 2060 में यह दुनिया खत्म हो जाएगी। सन् 1704 में मिली न्यूटन की एक नोट में इस बात की पुष्टि होती है। इस नोट के अनुसार सन् 2060 के बाद इस धरती के अंत की तबाही शुरू हो जाएगी।
(5) चेन ताओ ट्रू वे :-I
ताइवान के धार्मिक गुरु चेन ताओ ट्रू वे ने यूएफओ के सिद्धांत और ईसाई और बौद्ध धर्म को आधार मानकर यह घोषणा की थी कि 25 मार्च 1988 को भगवान खुद धरती पर आकर तबाही की घोषणा करेंगे और इसी वर्ष तबाही भी होगी। हालांकि ऐसा कुछ हुआ नहीं।
इन सभी भविष्यवाणियों के अलावा अमेरिका के कुछ वैज्ञानिकों ने भी कहां है कि 13 अप्रैल 2036 को पृथ्वी पर प्रलय आ सकता है। खगोलविदों का यह कहना है कि एपोफिस नामक एक ग्रह 37014.91 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी से टकरा सकता है। यह टक्कर बहुत ही भयंकर हो सकता है इससे हजारों लोगों की जान भी जा सकती है। लेकिन दूसरी ओर नासा के वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि इस संदर्भ में कोई भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
तो दोस्तों यह थी धरती की अंत के संदर्भ में कुछ भविष्यवाणियां। इसके अलावा और भी बहुत सारी भविष्यवाणियां है जिसके बारे में विस्तार से हम हमारे अगले आर्टिकल में बताएंगे।
महान भविष्यवक्ता नास्त्रेदेमस के बारे में हम एक अलग से विस्तार से आर्टिकल लिखेंगे। इसके भी अजीबो गरीब किस्से है जिसे बहुत ही कम शब्दों में बता पाना थोड़ा मुश्किल है इस कारण हम नास्त्रेदेमस के बारे में हमारे अगले आर्टिकल में विस्तार से चर्चा करेंगे।
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